पिंपरी (तेज समाचार डेस्क). देश में कोरोना के बढ़ रहे मामलों से डरे पुणे के ग्रामीण इलाके में एक गांव के गांववालों ने एक पूरे ब्रिज को लॉक कर दिया है. उन्होंने पुल के एक हिस्से पर कांटेदार पेड़ काट कर लगा दिया है। ताकि कोई गांववाला न अंदर आ सके और न ही वह बाहर जा सके. हालांकि, इमरजेंसी में गांववाले खुद जरूरतमंद को गांव से सुरक्षित बाहर निकालेंगे। इस तरह से ब्रिज को ब्लॉक करने का काम किया है मावल तालुका के शेलारवाडी गांव के लोगों ने.
गौरतलब हो कि पूरे देश में महाराष्ट्र और महाराष्ट्र में कोरोना के सबसे ज्यादा पुणे जिले में पाए गए हैं। एहतियात के तौर पर पूरे जिले में लॉक डाउन किया गया है. अत्यावश्यक सेवा छोड़ लोगों को घरों से बाहर निकलने से रोका जा रहा है। सरकार और प्रशासन कोरोना के संक्रमण को रोकने के हर संभव प्रयासों में जुटा है. हालांकि कुछ जगहों पर लोग खुद से कड़े कदम उठा रहे हैं. मावल तालुका के शेलारवाड़ी गांव के लोगों ने शेलारवाड़ी और सांगवड़े गांव को जोड़ने वाले ब्रिज को कँटीला पेड़ डालकर ब्लॉक कर दिया है.
ग्रामीणों का कहना है कि हमने इसके जरिए आसानी से कोरोना को गांव में फैलने से रोक देंगे. हालांकि इमरजेंसी के दौरान खुद जरूरतमंद लोगों को सुरक्षित बाहर निकालेंगे. इससे पहले पिंपरी चिंचवड़ शहर में सांगवी इलाके की एक हाउसिंग सोसाइटी ने कुछ इस तरह का कदम उठाया था, जिसपर काफी विवाद छिड़ा था. असल में इस सोसाइटी में रहनेवाला एक परिवार मलेशिया गया हुआ था. उस परिवार को सोसाइटी में आने से रोकने के लिए सोसाइटी वालों ने सांगवी पुलिस से गुहार लगाई थी. हालांकि पुलिस ने इसमें हस्तक्षेप करने से मना कर दिया था। बाद में जब वह परिवार लौटा तो उन्हें सोसाइटी में आने से किसी ने नहीं रोका. मगर उनके पड़ोसी कहीं दूसरी जगह चले गए थे.