नई दिल्ली (तेज समाचार डेस्क). हमारे देश भारत में आपने अक्सर कचरे की समस्या के बारे में सुना होगा. भारत के कई शहरों में कचरे को नष्ट करने की व्यवस्था अभी तक ठीक से नहीं हो पायी है. इसमें मुंबई, दिल्ली, पुणे जैस महानगर शामिल है. लेकिन क्या आपको पता है कि इंसानी मल भी किसी देश की समस्या बन सकता है? जी हां, अमेरिका में इंसानी मल को नष्ट करने की व्यवस्था नहीं है. इसलिए इसे किसी खुली जगह पर डंप किया जाता है. लेकिन इसकी बदबू से उस जगह के आसपास रहनेवाले लोगों का जीना दूभर हो जाता है. घटना अमेरिका के अलबामा राज्य के छोटे से कस्बे पैरिश की है, जहां के लोग इन दिनों बेहद परेशान हैं. दरअसल इस कस्बे में करीब 45 लाख किलो इंसानी मल डंप किया गया है. यह मल ट्रेनों में भरकर यहां लाया गया. इससे पैरिश कस्बे में रहने वाले 982 लोगों का चारों तरफ फैल रही बदबू से जीना मुहाल हो गया है. खबर के अनुसार, दर्जन भर ट्रेनों में भरकर इंसानी मल 2 महीने पहले पैरिश कस्बे में लाया गया था. यह इंसानी मल न्यूयॉर्क और न्यूजर्सी से पैरिश कस्बे के नजदीक स्थित एडम्सविले इलाके में एक निजी लैंडफिल साइट पर डंप किया गया. इससे पूरा पैरिश कस्बा दमघोटूं बदबू से परेशान है.
जनवरी में ही पैरिश कस्बे के नजदीक स्थित अन्य कस्बे वेस्ट जैफरसन ने अदालत में याचिका दाखिल कर प्राइवेट कंपनी द्वारा सीवेज उनके कस्बे में लाने का विरोध किया था. याचिका में कहा गया था कि कस्बे के निवासी तेज दुर्गंध से परेशान हैं. इस पर अदालत ने वेस्ट जैफरसन कस्बे के पक्ष में फैसला सुनाया. जब अदालत ने वेस्ट जैफरसन कस्बे के पक्ष में फैसला सुनाया, तब तक इंसानी मल भरकर ट्रेनें न्यूयॉर्क और न्यूजर्सी से निकल चुकी थी. इस पर इन ट्रेनों को पैरिश के नजदीक स्थित एडम्सविले इलाके के रेल यार्ड में खाली कर दिया गया. जहां पर सीवेज डंप किया गया, उस जगह के नजदीक स्थानीय लोगों का बेसबॉल ग्राउंड है, जिससे कस्बे के युवा खेल भी नहीं पा रहे हैं और बदबू के साथ जीने को मजबूर हैं.