धुलिया (वाहिद काकर ):शिरपुर तहसील क्षेत्र के दुर्बुल्या गाँव म क्रोधित महिलाओंने किया पथराव गत दिनों गांव के एक युवक ने आत्महत्या कर ली थी जिस में परिजनों ने पुलिस कोआत्महत्या मामले में संदेह जताया था . सोमवार को आत्मा हत्या करने वाले व्यक्ति की पत्नी को उसके सुसराल में लेकर कुछ लोग आए थे और मृतक की पत्नी को ज़ायदाद में हिस्सेदारी की मांग को लेकर विवाद हुआ . जिस में वधु पक्ष ने विवाद की शिकायत शिरपुर ग्रामीण पुलिस में कर दी. दोपहर एक बजे के बीच ने मृतक परिवार को समझाने का प्रयास किया गया जिस पर विवाद गहराता गया और गाव की महिलाएं पुलिस पर तूट पड़ी जिस में धक्का मुक्की के दौरान
एक गर्भवती महिला पुलिस कर्मी को भी चोट लगी है तथा अन्य चार पुलिस कर्मी पथराव में घयाल हुए हैं. सोमवार की देर रात शिरपुर पुलिस स्टेशन में महिलाओं को और पुरुषों के शनाख्त पहचान कर पुलिस उप अधीक्षक शिरपुर संदीप गवित मामले का अवलोकन कर रहे थे.
15 दिन पहले हुए दुर्बुड्या तह. शिरपूर के युवक की संदिग्ध आत्महत्या मामले मे कल ता. 18 को पुलिस गाडीपर दुर्बुड्या की महिलाओं ने पथराव किया। पथराव मे पुलिस अधिकारी सहित पुलिसकर्मी जखमी हुए।
प्राप्त जानकारी नुसार दुर्बुड्या के जगदिश राजाराम पावरा (उम्र 23 ) युवकने 15 दिन पहले बाटवापाडा तह. शिरपूर मे आत्महत्या की थी । जिसपर युवक के घरवालो ने ससुराल वालों पर संदेह जताया था। बीच कल बाटवापाडा से मृत युवक की पत्नी को उनके परिजन दुर्बड्या लेकर आए थे। किंतू दो परिवारोके बीच बात चीत के दौरान छूटपूट झगडा हो गया था। उक्त घटना की जानकारी पर सांगवी पुलिस थाने से पुलिस गाडी दुर्बड्या मे पहुची लेकीन क्रोधित महिलाओं ने पुलिस वालों पर हमला बोल दिया। पत्थर, लकडी से कीए गये हमले मे पुलिस उपाधीक्षक संदीप गावीत, सहायक पुलिस निरीक्षक किरनकुमार खेडकर, हवालदार संजय संभू नगराले, श्यामसिंग धर्मा वळवी, अनंत भानुदास पवार, यमुना परदेसी जखमी हुए है। साथ ही पुलिस गाडी का भी नुकसान हुआ है।
कल लडकीवाले आये थे दुर्बूल्या लडकी पहुँचाने
आत्महत्या के 15 दिन बीत जाने के बाद बाटवापाडावाले लडकी को (मृतक की पत्नी) पहुँचाने कल ता. 18 को दुर्बूल्या तह. शिरपुरको आये थे। बीच मृत युवक के घरवाले और बाटवापाडा के लोगों के बीच झगडा शुरू हो गया। बातचित का रूपांतर झगडेमे हो गया। बीच मृत युवक की माँने बहु के कान के नीचे थप्पड मार दी। जिसकी तुरंत जानकारी सांगवी पुलीस थानेमे दी गई। और पुलीसवाले दुर्बुड्या मे आ पहुँचे। मरे हुए युवक की जांच के बजाय एक थप्पड के कारण पुलिस दौड के आई, ऐसा क्रोध लोगों के मनमे ऊठा और महिलाओं ने पुलिसपर हमला बोल दिया। हमले के बाद पुलिस सुरक्षा बढाई गई। और दुर्बूल्या के 15-20 लोगों को पुलीसने धर दबोचा। देर रात तक सांगवी पुलीस थानेमे लोगों की भीड जमी हुई थी जिस में महिलाएं भी देर रात तक पुलिस स्टेशन में हाजिर रही थी।