जामनेर (तेज समाचार डेस्क). 11 दिन पहले हुए दलित कांड ने जलगांव के पिछड़े छोटे से गांव को दुनिया के पटल पर ला दिया. इन 11 दिनों में वाकड़ी गांव का माहौल पूरी तरह से बदल चुका है. जैसे ही वाकड़ी में दलित नाबालिग बच्चों की पिटाई का वीडियो वायरल हुआ, नेता लोगों ने इसे भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी, यहां तक कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने तो तुरंत ही घटना का वीडियो वायरल कर दिया. इसके बाद तो गांव में कांग्रेस नेताओं के दौरे की बाढ़ ही आ गई थी. एक के बाद एक कांग्रेस के दिग्गज नेता पीड़ित परिवार को सांत्वना देने यहां पहुंचने लगे. लेकिन अब 11 दिनों के बाद अचानक ही इन नेताओं के दौरे पर पूर्ण विराम लग गया है. सांत्वना के लिए आनेवाले नेताओ की सूचि मे कांग्रेस नेता मुकूल वासनिक का नाम आखरी पायदान पर दर्ज किया है. जिस बावड़ी में नहाने से यह विवाद हुआ, उस बावड़ी पर अभी भी पुलिस का सख्त पहरा है. घटना के चारों आरोपी पुलिस हिरासत में है और पुलिस अभी भी पूरी शिद्दत के साथ घटना की तफ्तिश में जुटी है. लेकिन अब घटना के 11 दिन बाद गांव का माहौल सामान्य हो चला है. दिहाड़ी पर पेट भरनेवाले लोग अब अपने काम पर लौट गए है. पीड़ित परिवार के रिश्तेदार भी अपने-अपने गांव को लौट गए है. गुरुवार को सामान्य होते माहौल में खेत मे टपक सिंचाई पर बोयी गयी कपास को खाद देती मजदूर महिलाएं अपने काम मे व्यस्त दिखायी पडी. मौके पर उपविभागीय पुलिस अधिकारी केशव पातोंड अपने सहकर्मियों के साथ मामले में पीड़ितों द्वारा दर्ज अतिरिक्त बयानों के तहत पंचनामें की कानूनी कार्यवाही में व्यस्त दिखायी दिए. मामले मे सभी 4 अभियुक्तों को 22 जून तक पुलिस रिमांड पर भेजा गया है.
– अशोक चव्हाण- राहुल गांधी के दौरे की चर्चा
बताया जा रहा है कि महानगरपालिका चुनाव के चलते कार्यकर्ता सम्मेलन के माध्यम से पार्टी में जान फूंकने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण जलगांव आनेवाले है. कयास लगाए जा रहे हैं कि इसी बहाने वे वाकड़ी का भी दौरा करेंगे. हालांकि ठोस सूत्रों के अनुसार चव्हाण का वाकड़ी जाने का ऐसा कोई कार्यक्रम नियोजित नहीं है. दूसरी ओर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के दौरे की बात भी चल रही है.
– बारिश के कारण खेतों में जुटे किसान
गांव के गरीब किसान बारिश पर ही निर्भर है. 6 जून को बारिश होने के बाद बारिश थम गई थी. लेकिन गुरुवार को एक बार फिर बारिश ने अपनी उपस्थिति दर्ज की है. बारिश की फुहारों ने किसानों को खेतों की ओर लौटने के लिए मजबूर कर दिया है.
– चांदने परिवार की सुरक्षा बरकरार
गांव के मातंग बस्ती और तोंडापुर सड़क के किनारे गांव के बाहर झुग्गी मे रहनेवाले पीड़ित चांदने परिवारों की सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात है. फत्तेपुर थाना प्रभारी नागवे मुश्तैदी के कंधों पर इन परिनवारों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है. कठिन घड़ी में सहारा देने आए पीड़ितों के रिश्तेदार अब अपने-अपने काम पर लौट गए है. स्थानीय लोग हमेशा की तरह चांदने परिजनों से घुलते-मिलते गांव की पारंपारिक सद्भावना को निभा रहे हैं.