नई दिल्ली (तेज समाचार डेस्क). किन्नर वर्ग को शायद ही कभी किसी ने किसी अपराध में शामिल देखा या सुना होगा. लेकिन कई लोग नकली किन्नर बन कर अपराधों को अंजाम देने लगे है. गत 14 जुलाई को राजधानी में ऐसी एक दिल दहलादेनेवाली घटना घटी थी, जिसमें एक किन्नर ने दिल्ली के मिंटो रोड से 6 वर्षीय एक बच्ची को अगवा कर उसके साथ बलात्कार किया था. इस बच्ची की मदद और उसे न्याय दिलाने के लिए अब दिल्ली महिला आयोग आगे आया है.
जानकारी के अनुसार घटना तब घटी जब 14 जुलाई को बच्ची काली मंदिर के पास खेल रही थी. जब बच्ची नहीं मिली तो उसके माता पिता ने शोर मचाया और उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. उसे ढूंढने की काफी कोशिश की गयी और रात में लगभग 11.30 बजे बच्ची खून से लथपथ मिली. वह बुरी तरीके से घायल थी और गंभीर हालत में थी| उसको तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया.
– 4 घंटे के ऑपरेशन के बाद भी गंभीर है बच्ची की हालत
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल जय हिन्द अस्पताल में 6 साल की बलात्कार पीड़िता बच्ची से मिलने पहुंची. बच्ची अभी एक सरकारी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती है. बच्ची का ऑपरेशन किया गया जो 4 घंटे तक चला| अभी वह बहुत गंभीर अवस्था में है क्योंकि उसके अंदरूनी अंगों को बहुत चोट लगी है.
– काफी गरीब परिवार से ताल्लुक रखती है बच्ची
बच्ची को ठीक होने में अभी काफी वक्त लगेगा. उसके माता पिता बहुत गरीब है. उसके पिता एक रिक्शा चालक है और उसकी मां भीख मांगती है. दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने बच्ची के माता-पिता और डॉक्टरों से बात की और उसके परिवार को आर्थिक सहायता देने की बात कही. आयोग बच्ची के पुनर्वास के लिए हरसंभव कदम उठाएगा. साथ ही आयोग पीड़िता को मुआवजा दिलाने के लिए अदालत में अपील करेगा.
– बच्ची का पुनर्वास कराएगा आयोग
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि बच्ची बहुत बुरी अवस्था में है. मुझे उस से मिलकर बहुत पीड़ा हुई है. यह केस अभी तक मेरे सामने आने वाले केसों में सबसे भयानक केसों में एक था. यह मामला और भी दुखद इसलिए है क्योंकि बच्ची बेघर है. आयोग बच्ची का पुनर्वास कराएगा और मैं लोगों से अपील करती हूँ कि इस काम में हमारी मदद करें. अगर कोई इस परिवार की मदद करना चाहता है तो हमें livingpositive@gmail.com पर ईमेल करें. मैं प्रधानमंत्रीजी से अपील करती हूं कि कुछ समय पहले पास किये गए अध्यादेश का तत्परता से और कड़ाई से पालन करायें और यह सुनिश्चित करायें कि इस मामले में अगले 3 महीने में अपराधियों को फांसी की सजा मिले.