जलगांव(तेज़ समाचार प्रतिनिधि):अपने विविध मांगो के लिए एस.टी. कर्मचारीयों ने पुकारा बेमुदत हडताल से जामनेर बस डेपो के ६७२ फेरे रद्द होकर साढ़े छहं लाख का उत्पन्न डुबा हैं। हडताल काल में कर्मचारीयों ने डेपो में भजन करके तथा क्रिकेट खेलकर आनंद लिया। एस.टी. कर्मचारीयों ने सोमवर की देररात से बेमुदत हडताल करने से सुबह एक भी बस बाहर नहीं निकली। रावेर से औरंगाबाद की ओर जानेवाली बस आनेपर कर्मचारीयों ने बस रूकाकर टिकिट के पैसे यात्रीयों को वापस देकर उन्हें निचे उतारा गया। एस.टी. की सेवा बंद है, लेकिन निजी ट्रॅव्हल्स एवं कालीपिली के द्वारा यात्री यातायात जोर से शुरू हैं। हडताल की पाश्र्वभुमिपर ग्रामिण इलाकों के नागरीकों ने तहसिल में आने का टाल दिया।
जामनेर-जलगाव व जामनेर-भुसावल इस मार्ग पर एस.टी. की सेवा बंद हैं, फिर भी यात्रीयों ने निजी यात्री यातायात का आधार लिया हैं। हडताल के दिनो में एस.टी. चालक एवं वाहकों ने जामनेर बस डेपो में भजन शुरू किया। उपस्थित कर्मचारी एवं यात्रीाओं ने भी भजन सुनने के लिए भीड़ की थी। कुछ कर्मचारीयों ने क्रिकेट, कॅरम इस खेलों में सहभाग लिया। जामनेर विभाग में १०० प्रतिशत हडताल सफल होने का दावा किया गया हैं। हडताल में कामगार संगठन सहित इंटक, मोटार कामगार फेडरेशन, विदर्भ एस.टी.कामगार संगठन, कनिष्ठ वेतनश्रेणी कामगार संगठन व संघर्ष गु्रप के कर्मचारी शामिल हुए हैं।
जामनेर बस डेपो से रोज ६७२ फेरे होते हैं। ८४ बस सवं ४४१ कर्मचारी हैं। बस डेपो की औसत उत्पन्न एक दिन को साढे छहं लाख रूपए हैं-के.ए.धनराले, आगारप्रमुख, जामनेर