औरंगाबाद (तेज समाचार डेस्क). कोरोना को लेकर पूरे देश में जारी लॉक डाउन के बीच मराठवाड़ा के आठ जिलों के अलावा खानदेश के कुछ जिलों के मरीजों को नई जिंदगी देने में हमेशा वरदान साबित होनेवाले सरकारी घाटी अस्पताल में इलाज के लिए भरती हुए 1 हजार से अधिक मरीज एवं उनके रिश्तेदारों को अन्नदान करने की जिम्मेदारी शिवसेना ने संभाली है. शिवसेना प्रमुख तथा राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निर्देश पर शिवसेना के स्थानीय वरिष्ठ नेता चन्द्रकांत खैरे के नेतृत्व में घाटी अस्पताल के मरीजों को अन्नदान किया जा रहा है.
– मरीजों और उनके रिश्तेदारों की अस्पताल में भीड़
शिवसेना नेता चन्द्रकांत खैरे ने बताया कि शिवसेना के जन प्रतिनिधि, नेता अपने-अपने स्तर पर रेलवे स्थानक, बस स्थानक, हर गली कुचों में जरुरी सुविधाएं मुहैय्या कराने का काम लॉक डाउन के प्रथम दिन से कर रहे है. लेकिन, लॉक डाउन के दरमियान राज्य में लगाए गए कफ्र्यू के चलते सरकारी घाटी अस्पताल में अन्य शहरों व गावों से इलाज के लिए भरती सैकड़ो मरीज व उनके रिश्तदोरों को अपनी पेट की प्यास बुझाने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसकी भनक राज्य के मुखिया उद्धव ठाकरे को मिलने पर उन्होंने सेना के स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं नेताओं को सरकारी घाटी अस्पताल के मरीजों को लॉकडाउन के दरमियान अन्नदान करने के निर्देश दिए. सीएम ठाकरे के निर्देश पर खैरे के अलावा विधायक प्रदीप जैसवाल, विधायक संजय सिरसाठ, महापौर नंदकुमार घोडिले, जिला प्रमुख नरेन्द्र त्रिवेदी, नगरसेवक सचिन खैरे, राजू भैरव, संजय भैरव, सुनील दायमा, नारायण कानकटे सहित सेना पदाधिकारी व शिवसैनिक घाटी अस्पताल में अन्नदान करने के लिए कड़े परिश्रम कर रहे है.