दंतेवाड़ा (तेज समाचार डेस्क). तमाम कोशिशों के बावजूद नक्सलियों के हमले बदस्तुर जारी है. दो दिन के बाद देश में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान शुरू हो रहा है. लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से दो दिन पहले नक्सलियों ने दंतेवाड़ा में आईईडी ब्लास्ट से हमला कर दिया. नक्सलियों के निशाने पर स्थानीय भाजपा विधायक भीमा मंडावी का काफिला था, जो मंगलवार दोपहर नकुलनार से करीब दो किमी दूर श्यामगिरी से गुजर रहा था. नक्सलियों के इस ब्लास्ट में विधायक मंडावी और उनके ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई. इन दोनों के साथ ही उनकी सुरक्षा में तैनात 3 जवान भी शहीद हो गए.
– चुनाव प्रचार से लौट रहे थे मंडावी
हमला तब हुआ जब विधायक मंडावी चुनाव प्रचार कर लौट रहे थे. नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण दंतेवाड़ा में चुनाव प्रचार दोपहर 3 बजे ही खत्म हो गया था. मंडावी बुलेटप्रूफ गाड़ी में सवार थे. उनके काफिले में सुरक्षा बलों की गाड़ी भी थी. धमाका इतना ताकतवर था कि मंडावी और सुरक्षा बलों की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई.
– संभाग के इकलौते भाजपा विधायक थे मंडावी
2018 में हुए विधानसभा चुनाव में बस्तर संभाग की 12 सीटों में से भाजपा केवल दंतेवाड़ा सीट पर जीती थी. यहां भीमा मंडावी ने कांग्रेस की देवती कर्मा को हराया था. मंडावी विधानसभा में भाजपा विधायक दल के उपनेता भी थे.
– 2013 के नक्सली हमले में हुई थी 30 की मौत
25 मई 2013 को झीरमघाटी में हुए नक्सली हमले में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के कई बड़े नेता मारे गए थे. इनमें मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री विद्याचरण शुक्ल, तत्कालीन छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, महेंद्र कर्मा, उदय मुदलियार समेत 30 लोगों की मौत हो गई थी. महेंद्र कर्मा दंतेवाड़ा सीट से तीन बार विधायक रहे. 2008 के विधानसभा चुनाव में उन्हें भीमा मंडावी ने ही हराया था. हालांकि, 2013 के विधानसभा चुनाव में मंडावी महेंद्र कर्मा की पत्नी देवती कर्मा से हार गए थे.