धुलिया: लाॅक डाउन के बावजूद शासन-प्रशासन की कोशिशों को अंदेखी कर बाजारों में घूमते नागरिक
धुलिया (तेज समाचार प्रतिनिधि ): 31 मार्च रात्रि 12 बजे तक लॉक डाउन है लेकिन शासन प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद यहां के रहवासी कोरोना वायरस जैसी गंभीर बीमारी को हल्के में ले रहे हैं और कई लोग बिना किसी कार्य के मौज शौक उड़ाते हुए बाजारों में घूमते हुए नजर आ रहे हैं तो कुछ लोग सेल्फी और सोशल मीडिया पर अपनी टीआरपी बढ़ाने के लिए वीडियो और फोटो बाजी कर रहे हैं। कुछ ऐसा ही नजारा मंगलवार को शहर सहित ज़िले में देखने को मिला, यहां पेट्रोल पंप पर लगी लंबी लाइन और बाजारों में बढ़ी भीड़ से ऐसा लग रहा है जैसे कोई इमरजेंसी अकाल पड़ने वाला है जबकि ऐसा कुछ नहीं है।
देश में कोरोना वायरस से संक्रमित पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 400 के करीब पहुंच चुका है जिसे कंट्रोल करने के लिए कई राज्यों को लॉक डाउन कर दिया गया है।
शासन-प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद भी धुलिया के रहवासी मानने को तैयार नहीं हैं। माना कि सब खुली हवा में जीना चाहते हैं लेकिन एक बात बता दें यदि कोरोना वायरस की चपेट में आप आ गए तो आप रहोगे ही नहीं तो जिओगे किसके लिए धुलिया पुलिस अधीक्षक चिन्मय पंडित द्वारा दिन में 15 से अधिक बार सुबह दोपहर शाम को देर रात तक पुलिस वाहनों से मुनादी अपील दुकान बंद कर घरों में रहने की हिदायत दी जा रही है तो वहीं महानगर पालिका कर्मी अपनी जान की परवाह किए बगैर सीने टाइज्रर का छिड़काव देर रात धुआ मशीन से करते हुए दिखाई दिए।लेकिन हमें क्या फर्क पड़ता है हम तो अपनी मर्जी करेंगे। धुलिया में कुछ ऐसे ही हालात हैं कुछ व्यापरिकदुकानें खुली हैं।
प्रशासन द्वारा सब्जी फल एवं अनाज के साथ बहुत ही जरूरी मेडिकल सुविधा के लिए मोहलत दी गई है लेकिन उसका गलत फायदा यहां की जनता उठा रही है। याद रहे गलत कार्यो का अंजाम भी गलत होता है, आप सुरक्षित रहें, प्रशासन के कार्यों में सहयोग करें, यही पुलिस अधीक्षक की अपील है।
हाट बाजार निरस्त किए गए थे लेकिन सूचना देने के बावजूद भी भारी संख्या में सब्जी बेचने के लिए हाट बाजार में पहुंचे। पुलिस प्रशासन द्वारा बार-बार मुनादी और अपील करने के बावजूद भी स्थानीय निवासी व ग्रामीण जन बाज नहीं आए और हर एक समझाइश देने के बाद जगह जगह अपनी दुकान लगाकर भीड़ बढ़ाते हुए दिखे।
आखिरकार महानगर निगम कर्मियों द्वारा आदेश के बाद कुछ लोगों को सख्त हिदायत दी गई और पांच कंदील का बाजार सील कर दिया गया है.
कुल मिलाकर बात यही है कि यह जनता कर्फ्यू नहीं केयर फॉर यू है, शासन प्रशासन के द्वारा कोरोना वायरस से आम जनता को बचाने के लिए प्रयास कर रहे हैं।
याद रहे हमारी सुरक्षा में तैनात शासन प्रशासन के लोग वह भी मशीन नहीं हम जैसे ही आम नागरिक और इंसान हैै जो अपने परिवार से दूर हम लोगों की सुरक्षा में लगातार प्रयास कर रहे हैं लेकिन हम हैं कि अपनी गलत आदतों से बाज नहीं आ रहे,