हैदराबाद (तेज समाचार डेस्क). तेलंगाना के शादनगर में डॉ. प्रियंका रेड्डी का पहले अपहरण कर उसके बाद उसके साथ सामूहिक बलात्कार कर जिंंदा जलाने की घटना के बाद राज्य में राजनीति तेज हो गई है. इस घटना को लेकर राज्य के गृह मंत्री के बयान के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. इसी बीच प्रियंका के परिजनों से मिलने पहुंचीं राज्य मंत्री सत्यवती राठौड़ को कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आक्रोश देखते हुये बैरंग लौटना पड़ा. पुलिस आयुक्त ने बताया कि दुष्कर्म और हत्या का यह मामला निर्भया एक्ट के तहत दर्ज किया गया है. इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है. विशेष बात यह है कि पकड़े 4 आरोपियों में तीन नाबालिग है.
– बहन को फोन करने की बजाय पुलिस को फोन करती, तो नहीं होती घटना : गृह राज्य मंत्री
शुक्रवार को राज्य के गृह मंत्री मोहम्मद महमूद अली मृतक के परिजनों से मिलने पहुंचे. उनके साथ पुलिस आयुक्त भी थे. गृहमंत्री ने प्रियंका के पिता और बहन भावना रेड्डी से कहा कि अगर प्रियंका पुलिस को सूचित कर देती तो उसकी जान बच जाती. यही बात गृह मंत्री ने अपने ट्वीट पर लिखा, ‘हम घटना से दुखी हैं, पुलिस सतर्क है और अपराध को नियंत्रित कर रही है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उसने अपनी बहन को फोन किया, अगर 100 नंबर पर कॉल करके पुलिस को जानकारी देती तो उसे बचाया जा सकता था.’
– पहले पुलिस ने नहीं लिखी शिकायत
जानकारी के मुताबिक जब प्रियंका की बहन थान में शिकायत दर्ज करवाने पहुंची थीं तब पुलिस ने दूसरे थाने का मामला बताकर पल्ला झाड़ लिया. इसके बाद पीड़ित की बहन शमशाबाद थाना गई तो पुलिस ने उनसे बेतुके सवाल किए. वहीं मामले में पुलिस की लापरवाही और गृह मंत्री के ट्वीट के बाद युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओ ने सरकार के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी.
-फास्ट ट्रैक कोर्ट में फाइल की जाएगी चार्जशीट
शुक्रवार की शाम को पुलिस आयुक्त सज्जनर ने पत्रकारों को बताया कि डॉक्टर प्रियंका की दुष्कर्म के बाद हत्या में संलिप्त चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है. इनमें आरिफ मोहम्मद(22), शिवा(20), नवीन(18) और चेन्नकेशवुलु (18) शामिल हैं. मामले की जांच पूरी कर जल्द ही चार्जशीट महबूबनगर की फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट को सौंपी जाएगी.