पुणे (तेज समाचार डेस्क). एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को एक ई-कॉमर्स वेबसाइट ने 388 रुपये की नेल-पॉलिश की जगह 92 हजार 446 रुपये की चपत लगा दी. महिला ने डिलिवरी में हो रही देरी को लेकर कस्टमर केयर को फोन किया था जब उनके साथ इतना बड़ा साइबर धोखाधड़ी हो गई की उसे 92 हजार 446 रुपए की चपत लग गई. यह घटना 17 दिसंबर और 30 दिसंबर के बीच की है. इस बारे में महिला ने शनिवार को वाकड़ पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई है. पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ भारतीय आचार संहिता और आईटी एक्ट की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है.
– ई-कॉमर्स साइट से खरीदी थी
पुलिस के मुताबिक, 17 दिसंबर को महिला ने एक ई-कॉमर्स साइट की ऐप से नेल पॉलिश ऑर्डर की थी. उन्होंने इसके लिए प्राइवेट बैंक से 388 रुपये का पेमेंट भी कर दिया. जब तय तारीख को महिला का पार्सल डिलिवर नहीं हुआ तो उन्होंने देरी की वजह जानने के लिए वेबसाइट के कस्टमर केयर से संपर्क किया. इस पर उन्हें बताया गया कि कंपनी को उनकी ओर से पेमेंट नहीं मिला था. हालांकि, उसने पैसे वापस करने का वादा किया और महिला से सेलफोन नंबर मांगा.’
– नहीं शेयर की थी बैंक डिटेल्स
इसके कुछ ही देर बाद उनके दो अकाउंट्स से 90 हजार 846 रुपये पांच ट्रांजैक्शन्स में निकाल लिया गया. वहीं, एक पब्लिक सेक्टर बैंक के अकाउंट से भी 1500 रुपये भी निकाल लिए गए. उन्होंने बताया कि ये पैसे उनके बैंक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर किए गए. महिला ने दावा किया उन्होंने अपनी कोई बैंक डीटेल्स शेयर नहीं की थीं. पुलिस ने बताया है कि मामले में जांच जारी है.