जकार्ता ( तेजसमाचार डेस्क ). युवा निशानेबाज़ सौरभ चौधरी ने 18वें एशियाई खेलों में मंगलवार को पुरूषों की 10 मीटर एयर पिस्टल निशानेबाज़ी स्पर्धा में देश के लिये स्वर्ण पदक हासिल किया जबकि इसी स्पर्धा में अभिषेक वर्मा ने भी पोडियम पर जगह बनाते हुये कांस्य जीता.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंडोनेशिया के जकार्ता-पालेमबांग में आयोजित 18वें एशियाई खेल 2018 में पुरूष वर्ग की 10 मीटर एयर पिस्टल प्रतिस्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने पर सौरभ चौधरी को बधाई दी है.
मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘ 16 साल के सौरव चौधरी हमारे युवाओं की संभावनाओं और क्षमता का प्रतीक है.’’ उन्होंने वर्मा को भी एशियाई खेलों में पहला पदक जीतने पर बधाईं दी.
मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘ संजीव राजपूत को रजत पदक जीतने पर बधाईं. आपको यह जानकर खुशी होगी कि संजीव भारत को 2006 एशियाई खेलों से ही गौरवान्वित कर रहे हैं. उनकी निरंतरता और प्रतिबद्धता सराहनीय है.’’
वहीँ भारतीय निशानेबाज़ संजीव राजपूत ने एशियाई खेलों में पुरूष निशानेबाजी की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन स्पर्धा में मंगलवार को देश के लिये रजत पदक जीता.
बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट के कुश्ती मुकाबलों के पहले दो दिन दो स्वर्ण पदक जीतने के बाद 18वें एशियाई खेलों के तीसरे दिन मंगलवार को कुश्ती में भारत के पदक अभियान को बरकरार रखते हुये दिव्या काकरान ने 68 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीत लिया.
भारत के लिये यह इन खेलों में निशानेबाजी का कुल छठा और तीसरा रजत पदक है. इसके अलावा भारत को एक स्वर्ण और दो कांस्य पदक मिले हैं.
16 साल के युवा निशानेबाज़ ने जेएससी शूटिंग रेंज में हुये फाइनल में एशियाई खेलों का रिकार्ड बनाते हुये 240.7 अंकों के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया और स्वर्ण जीता. भारत के लिये इसी स्पर्धा में दूसरा पदक अभिषेक ने दिलाया. 29 साल के निशानेबाज़ ने 219.3 अंकों के साथ तीसरा स्थान हासिल कर कांस्य जीता. इस वर्ग का रजत पदक जापान के तोमोयूकी तात्सुदा ने जीता. वह 239.7 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहे.
फाइनल में सौरभ काफी समय तक बढ़त के साथ दूसरे स्थान पर बने रहे थे लेकिन जैसे ही मात्सुदा ने 8.9 का शॉट लगाया सौरभ को मजबूत बढ़त मिल गयी और उनके आखिरी क्षणों में 10.2 के शॉट के साथ वह शीर्ष पर आ गये.
इससे पहले क्वालिफिकेशन राउंड में भी सौरभ ने इतना ही लाजवाब प्रदर्शन किया था और वह 586 के सर्वाधिक स्कोर के साथ शीर्ष पर रहे थे जबकि अभिषेक ने 580 अंकों के साथ छठे स्थान पर रहकर फाइनल के लिये क्वालीफाई किया था. इस स्पर्धा में उतरे दोनों भारतीय निशानेबाज़ों ने देश के लिये पदक दिलाये.
37 साल के अनुभवी संजीव शुरूआत से ही बढ़त पर रहे और एक समय स्वर्ण के दावेदार लग रहे थे लेकिन 8.4 के शॉट से उनकी स्थिति पर फर्क पड़ा. हालांकि उन्होंने फिर 10.6 का बेहतरीन स्कोर कर खुद को फिर से स्वर्ण ही होड़ में पहुंचाया और अंत में कुल 452.7 के स्कोर के साथ रजत सुनिश्चित किया. चीन के जीचेंग हुई ने 453.3 के स्कोर के साथ स्वर्ण और जापान के ताकायूकी मात्सुमोतो ने 441.4 के स्कोर के साथ कांस्य जीता.
क्वालिफिकेशन में भारतीय निशानेबाज़ ने 32 खिलाड़ियों की फील्ड में 1160 के स्कोर के साथ सातवें स्थान पर रहकर फाइनल में जगह बनाई थी. लेकिन इसी वर्ग के अन्य भारतीय खिलाड़ी अखिल श्योरण 11वें पायदान पर रहकर चूक गये. उन्होंने 1158 का स्कोर किया.
भारत की दो महिला पहलवान दिव्या काकरान(68) अौर किरण(76) तथा दो ग्रीको रोमन पहलवान ज्ञानेंद्र (60) और मनीष(67) मुकाबलों में उतरे लेकिन इनमें से दिव्या ही कांस्य पदक राउंड में जा पायीं और उन्होंने मात्र एक मिनट 29 सेकंड में ताइपे की वेनलिंग चेन को 10-0 से तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर धूल चटा दी. इस तरह भारत ने कुश्ती में तीसरे दिन भी पदक हासिल किया. भारत का इन खेलों में यह 10वां पदक है.