नई दिल्ली (तेज समाचार डेस्क). महाबलीपुरम के सागर तट पर घूमते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कवि हृदय जाग उठा. विशाल समुद्र, आसमान में सूर्य देवता और देखते हुए मोदी के कवि मन के सागर में शब्द हिलोरे मारने लगे, भावनाएं उफनने लगी और कविता के रूप में कागज पर बिखर गई. कविता लिखने के बाद मोदी ने अपने ट्विटर पर कविता को पोस्ट कर दिया. रविवार को मोदी ने ट्विटर पर लिखा कि समुद्र तट पर घूमने के दौरान मन में उठे भावों को उन्होंने कविता की शक्ल दी है. चीन के राष्ट्रपति से अनौपचारिक मुलाकात के लिए मोदी तमिलनाडु के मामल्लपुरम गए थे. वहां उन्होंने समुद्र तट पर मॉर्निंग वॉक की थी और कचरा उठाकर स्वच्छता का संदेश भी दिया था.
– समुद्र, सूर्य और लहरों को शब्दों के बंधन में बांधा
आठ पैराग्राफ की कविता में प्रधानमंत्री मोदी ने समुद्र, सूर्य और लहरों के संबंधों के बारे में लिखा है. उन्होंने समुद्र के दर्द को भी शब्दों में पिरोया है. प्रधानमंत्री का एक कविता संग्रह भी प्रकाशित हो चुका है. प्रधानमंत्री ने शनिवार को एक तीन मिनट का वीडियो भी जारी किया था, जिसमें वे समुद्र तट से कचरा उठाते नजर आ रहे थे. उन्होंने लोगों से अनुरोध किया था कि सार्वजनिक स्थानों का साफ और स्वच्छ रखें.
– हाथ में था एक्यूप्रेशर रोलर
मामल्लापुरम समुद्र तट पर प्लॉगिंग के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ में नजर आई छड़ीनुमा चीज को लेकर लोगों की जिज्ञासा को खत्म करते हुए बताया कि वह एक्यूप्रेशर रोलर था जिसका वह अक्सर इस्तेमाल करते हैं. मोदी चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ दो दिवसीय अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए तटीय नगर में मौजूद थे.
शनिवार को वार्ता के दूसरे दिन प्रधानमंत्री को उनकी सुबह की सैर के दौरान समुद्र तट से प्लास्टिक एवं अन्य तरह का कूड़ा बीनते देखा गया था. मोदी ने ट्वीट किया, “कल से आप में से कई लोग पूछ रहे हैं कि- मामल्लापुरम में समुद्र तट पर प्लॉगिंग के वक्त मेरे हाथ में क्या था. वह एक एक्यूप्रेशर रोलर था जिसका मैं अक्सर इस्तेमाल करता हूं. मुझे यह बहुत मददगार लगता है.”
कल महाबलीपुरम में सवेरे तट पर टहलते-टहलते सागर से संवाद करने में खो गया।
ये संवाद मेरा भाव-विश्व है।
इस संवाद भाव को शब्दबद्ध करके आपसे साझा कर रहा हूं- pic.twitter.com/JKjCAcClws
— Narendra Modi (@narendramodi) October 13, 2019