काठमांडू ( तेजसमाचार डेस्क ) – नेपाल सरकार ने देश में ढाई सदी तक राज करने वाले शाह राजवंश के राज-मुकुट और 11 अन्य कलाकृतियों को सोमवार को सार्वजनिक कर दिया. देश में लोकतंत्र की घोषणा के एक दशक बाद यह कदम उठाया गया है. यह जानकारी मंगलवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली.
समाचार पत्र द हिमालयन टाइम्स के मुताबिक, प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने संग्रहालय में एक विशेष समारोह में राज-मुकुट को सार्वजनिक किया. यह संग्रहालय पहले नारायणहिती रॉयल पैलेस के नाम से जाना जाता था और इसमें राज परिवार निवास करता था. इस राजशी मुकुट में 730 बहुमूल्य हीरे व 372 मूल्यवान मोती जड़े हुए हैं. नेपाल में इस राजशी मुकुट पहनने की परंपरा राजा राजेंद्र बिक्रम शाह के समय से प्रचलन में है.
ओली ने कहा कि ताज का प्रदर्शन आने वाले दिनों में विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करेगा जो नेपाल के पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने में मदद करेगा. इस बीच संग्रहालय में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
विदित हो कि 28 मई, 2008 को नेपाल में राजतंत्र के अंत के बाद नारायणहिती पैलेस को संग्रहालय में तब्दील कर दिया गया था. अब इसकी देखरेख नेपाल सरकार करती है. 11 जून, 2008 को जब शाही राजवंश के अंतिम राजा ज्ञानेंद्र शाह ने इस शाही महल को छोड़ दिया, तो तत्कालीन प्रधानमंत्री गिरिजा प्रसाद कोइराला ने इस शाही महल को एक संग्रहालय में तब्दील करने की घोषणा की थी. इस संग्रहालय को जनता के लिए 27 फरवरी, 2009 को खोला गया था.