पुणे (तेज समाचार डेस्क). मतदान करना देश के प्रत्येक नागरिक का मौलिक अधिकार है. लेकिन चुनाव के दिन मिले अवकाश का कुछ लोग गलत फायदा उठाते है और मतदान न करते हुए छुट्टी मनाने चले जाते है. लेकिन कुछ जिम्मेदार नागरिक ऐसे भी होते है, जो सभी काम दरकिनार कर मतदान को सर्वाधिक महत्व देते है.
ऐसी एक 28 वर्षीय महिला है सुमन कोंडिबा आखाडे, जो मतदान करने के लिए अपने डेढ माह के बच्चे को सीने से लगाए करीब आठ किलोमीटर का पहाड़ा रास्ता तय कर मतदान केन्द्र पहुंची और मतदान किया. नाणे मावल के दुर्गम पाले पठार पर धनगर वस्ती में रहनेवाली सुमन का मतदान के लिए किया गया यह संघर्ष आश्चर्य चकित कर देनेवाला है. कुछ लोगों ने सुमन के मतदान के प्रति इस जुनून की फोटो निकाल कर सोशल मीडिया पर भी वायरल की, जिसके कारण सुमन नाम की यह हिरकणी फेमस होगई. सुमन के इस जज्बे की चहूओर प्रशंसा की जा रही है.